महाभारत में अर्जुन अहिंसा को अपनाना चाहता था। अर्जुन कहता है मैं युद्ध नहीं करूंगा। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कर्तव्य से विमुख होना अहिंसा नहीं, कायरता है, धर्म की रक्षा के लिए वीर बनना ही सच्चा कर्मयोग है।