🇮🇳 एकता – हमारी शक्ति, हमारी पहचान 🇮🇳
“एकता” केवल साथ खड़े होने का नाम नहीं है,
यह तो दिलों के जुड़ने, विचारों के मिलने और उद्देश्य के एक होने की भावना है।
जब हम अपने छोटे-छोटे मतभेदों को भुलाकर राष्ट्र, समाज और संस्कृति के हित में एक स्वर से आगे बढ़ते हैं,
तब कोई भी शक्ति हमें रोक नहीं सकती।
एकता ही वह दीप है जो अंधकार को मिटाता है,
एकता ही वह सेतु है जो विभाजन को जोड़ता है।
संगठित होकर ही हम सशक्त हैं, और सशक्त होकर ही हम अमर परंपराओं के वाहक हैं।
आओ मिलकर प्रतिज्ञा करें —
हम विचारों में, कर्म में और भावना में एक रहेंगे,
क्योंकि जहाँ एकता होती है, वहीं ईश्वर की उपस्थिति होती है। 🌸
डॉ संजीव शर्मा योगाचार्य
बागेश्वर धाम सरकार के शिष्य
हिमालयन योगा के संस्थापक