जीवन की भागदौड़ में स्वयं को न भूलें — हर दिन कुछ पल आत्म-मनन व ध्यान के लिए निकालें।
सत्य और करुणा को आधार बनाकर दूसरों की सेवा करें, यही सच्चा धर्म है।
प्रकृति के साथ तादात्म्य रखते हुए सरल जीवन अपनाएँ और तकनीक का प्रयोग ज्ञान व सकारात्मकता के लिए करें।
याद रखें — हम सबसे पहले मानव हैं, और मानवता ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है
डॉ संजीव शर्मा यगाचार्य
बागेश्वर धाम सरकार के शिष्य
हिमालयन योगा
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